tag:blogger.com,1999:blog-8736388052125971679.post8354828138075765395..comments2024-02-21T01:53:49.974-08:00Comments on रौशन सवेरा: एक खत बेटियों के नाम Anita Sharmahttp://www.blogger.com/profile/05437957019430644125noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8736388052125971679.post-16459772828939285312016-04-04T22:15:36.701-07:002016-04-04T22:15:36.701-07:00कम उम्र मे अपने घरों से दूर जाकर संघर्ष कर रहे युव...कम उम्र मे अपने घरों से दूर जाकर संघर्ष कर रहे युवाओं खासकर लड़कियों के लिए खुद को मानसिक रूप से सम्भालना इतना आसान नहीं होता. ऐसे में पेरेंट्स का रोल बहुत इम्पोर्टेन्ट हो जाता है कि वो रोज अपनी लाडली से फ़ोन पर बात करें और उसे emotional support देते रहे, वो ना मांगे तो भी. <br /><br />आपका ये लेख उन युवतियों के लिए एक अच्छा संदेश है जो भावुकता में इनता गलत कदम उठा लेती हैं.<br />ThanksGopal Mishrahttp://www.achhikhabar.comnoreply@blogger.com