भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में हम सबके प्यारे तिरंगे का भी
विशेष महत्व है। अमर
शहीदों के गौरव की पहचान लिये तिरंगे में
गीता, कुरान, बाइबिल तथा गुरु ग्रंथ साहब का पैगाम है। भारत का सिरमौर तिरंगा
सभ्यता, संस्कृति तथा न्याय का सम्मान है। अनेकता में एकता के संदेश के साथ तिंरगे ने सभी को एक सूत्र में बाँधा है। आजादी के मतवाले, इसके नेतृत्व में अनेक क्रान्तीकारी आंदोलनों की सफलता का आगाज करते हुए जय हिन्द का घोष करते थे। लाल किले की प्राचीर से आज भी हम सब एकता के प्रतीक तिरंगे को सम्मान और आदर से लहराते हैं। विश्व जगत को शांति का संदेश
देता ये तिरंगा विवेकानन्द जी का अभियान है।
राष्ट्रपीता महात्मा गाँधी ने कहा था कि, "हमारे लिये यह अनिवार्य होगा कि हम भारतीय मुस्लिम, ईसाइ, ज्यूस, पारसी और अन्य सभी जिनके लिये भारत एक घर है, एक ही ध्वज को मान्यता दें और इसके लिये मर मिटें।"
पिंगली वैकैया द्वारा सुशोभित किये तिरंगे के तीन रंग (केसरिया, सफदे और हरा) त्याग और बलिदान, शांती एवं समृद्धी के प्रतीक हैं। अनेक देश भक्तों की शहादत का अभिमान लिये, भव्य हिमगिरी का अमर वरदान है। ऐसे विश्व विजयी तिरंगे को शत-शत बार प्रणाम
है।
इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना,
रौशनी होगी चिरागों को जलाए रखना,
लहु देकर जिसकी हिफाजत की है देश भक्तों ने,
ऐसे तिरंगे को दिल में हमेशा बसाये रखना।
इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना,
रौशनी होगी चिरागों को जलाए रखना,
लहु देकर जिसकी हिफाजत की है देश भक्तों ने,
ऐसे तिरंगे को दिल में हमेशा बसाये रखना।
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
जय हिन्द जय भारत
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