जयती जय-जय माँ सरस्वती
जयती वीणा वादिनी
आए तेरे द्वार पर हम
कर कृपा सुर दायिनी---
कर कृपा हम पर हे माता
ज्ञान की गंगा बहा
मिटे बैर भारत से
हिंसा का हो अंत
राष्ट्रीयता की भावना
हो परम घर्म,
तेरी विणा के सुर से
बहे सुख शांति और समृद्धि की बयार
जयती-जय-जय माँ सरस्वती
जयती वीणा वादिनी—
माँ सरस्वती का आर्शिवाद हम सब पर सदैव रहे इसी अभिलाषा के साथ सभी पाठकों को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें।
शानदार पोस्ट ... बहुत ही बढ़िया लगा पढ़कर .... Thanks for sharing such a nice article!! :) :)
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