राधा की भक्ति, मुरली की मिठास,
माखन का स्वाद और गोपियों का रास,
असुरों का नास, यशोदा का विश्वास,
गीता का ज्ञान, गोकुल की आस,
पूरी करें सबकी आस,
इन सब से मिलकर बनता है,
जन्माष्टमी का दिन खास।
वो सबको राह दिखाते, सबकी बिगङी बनाते।
ऐसे मुरलीधर गोपाल की, जय हो कन्हैया लाल की
Sabhi ko Janamastmi ki Hardik Subhkamnayain.......
ReplyDeleteBrij Bhushan Gupta, New Delhi, 9810360393