मित्रों , जिस तरह से आजकल सभी के लिये बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या है। पढाई पूरी करने के बाद भी जॉब की समस्या है। जितनी जरूरत है उतनी जॉब है नही और तो और कहीं नौकरी की संभावना है तो वहाँ आपसे काम का अनुभव माँगा जाता है। ये सोचने वाली बात है कि पढाई करके हर व्यक्ति जब तक कहीं काम नही करेगा तब तक उसे अनुभव कैसे मिलेगा??? यदि जॉब मिलेगी तभी तो अनुभव मिलेगा! ऐसे में हमें अन्य विकल्प पर भी ध्यान देना होगा।
हालांकि ये समस्या हर जगह है पर हम आज बात कर रहे हैं आप सबसे दृष्टीबाधित बच्चों की जो दोहरी मार का शिकार होते हैं। एक तो अनुभव नही और ऊपर से दृष्टीबाधिता जिसपर आम इंसान भरोसा ही नही करता. जबकि उन लोगों में भी कई तरह की प्रतिभा होती है और अधिकांशतः काम वो कर सकते हैं फिर भी कुछ उदासीनता की वजह से उन्हे आत्मनिर्भर बनने का अवसर ही नही मिलता।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए voice for blind क्लब एक ऐसे कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है, जिसमें हम लोग उन्हे ये सिखाने का प्रयास करेंगे कि आप अपना स्वंय का व्यपार कैसे कर सकते हैं और मार्केटिंग कैसे कर सकते है। इस कार्यशाला में लेक्चर के साथ प्रेक्टिकल नॉलेज भी दिया जायेगा।
ये कर्यक्रम 1 मई2016 से 7 मई 2016 तक आगरा के पास जलेसर में आयोजित किया जा रहा है। इसमें विभिन्न राज्यों के दृष्टीबाधित बच्चे शामिल हो रहे हैं। इस कार्यक्रम में हमारे क्लब के सदस्य अंचल जी का विशेष सहयोग है क्योंकि इस आयोजन का प्रबंध वही कर रहे हैं। अर्थात उनके 7 दिन तक रहने और खाने की व्यवस्था इत्यादि इत्यादि..
आज कुछ दृष्टीबाधित लोग सफल व्यपार करते हुए अपनी स्वयं की इंड्रस्टी भी लगा चुके हैं। उन्ही लोगों से प्रेरणा लेकर हम लोग, ये आयोजन करने का प्रयास कर रहे हैं। आप सभी पाठकों से निवेदन है कि , यदि आपमें से कोई बिजनस या पर्सनाल्टी डेवल्पमेंट में या बैंकिग परिक्षा या अन्य प्रतियोगी परिक्षा की तैयारी करवाने वाले कार्य में हैं और इन विषयों पर उनका मार्ग दर्शन करना चाहते है तो voice for blind क्लब के इस आयोजन में आपका स्वागत है। अपना परिचय और आप किस तरह से मदद करना चाहेंगे उसका विस्तृत विवरण हमें मेल करें। ये ध्यान रहे ये कार्य निःस्वार्थ और निःशुल्क किया जा रहा है। आपका अनुभव एवं ज्ञान दृष्टीबाधित बच्चों को आत्मनिर्भर से जीवन जीने का सहारा दे सकता है।
Mail ID voiceforblind@gmail.com
धन्यवाद
अनिता शर्मा
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