स्वामी विवेकानंद जी इस संसार के वो नक्षत्र हैं
जिसकी चमक भारतीय संस्कृति में आज भी विद्यमान है। साहस निर्भयता और ज्ञान के अपार
सागर स्वामी विवेकानंद जी ने 11 सितंबर 1893 को शिकागो में लगभग 30 वर्ष की उम्र
में भारतीय संस्कृति और धर्म को विश्व पटल पर गौरवान्वित किया। अपने युवा काल में
ही स्वामी जी ने अपनी तेजस्वी वांणी से ये संदेश दिया कि अपना भारत देश महान है। उनकी
बातें आज भी युवाओं को प्रेरणा देती है। विवेकानंद जी अपने विचारों के माध्यम से
आज भी अमर हैं। युवाओं पर विश्वास करने वाले विवेकानंद जी के जन्मदिन (12 जनवरी)
को युवा दिवस के रूप में मनाना हमारी भारतीय संस्कृति की गौरवपूर्ण पहचान है।
विवेकानंद जी का कहना था
किः- “युवा वह है, जो अनिति से
लङता है, जो दुर्गुणों से दूर रहता है, जो काल
की चाल को बदल देता है, जिसमें जोश के साथ होश भी है, जिसमें
राष्ट्र के लिए बलिदान की आस्था है, जो
समस्याओं का समाधान निकालता है और प्रेरक इतिहास रचता है, जो बातों
का बादशाह नही बल्कि काम करने में विश्वास रखता है।“
आज भी विवेकानंद लाखों युवओं के प्रेरणास्रोत हैं। हम होंगे कामयाब का
विश्वास लिए कुछ कर गुजरने के हौसले के साथ आज का युवा ट्विटर और वाट्सअप को
अपनाते हुए, तो कहीं फेसबुक के जरिये सामाजिक संदेशों को अधिक से अधिक जनमानस में
पहुँचाने की क्षमता के साथ विश्वपटल पर अपना परचम फैला रहा है। अन्ना का आंदोलन हो
या दामिनी का दर्द हर वक्त नई सोच और नई तकनीक के साथ दिखता है। उच्च स्तर की
दिमागी क्षमता रखने वाला यह युवा पूरी दुनिया में हमारे देश का प्रतिनिधित्व करता
है।
ये कहना अतिश्योक्ति न होगी
कि आज भी स्वामी विवेकानंद जी की कल्पनाओं के युवा भारत की दशा और दिशा बदल कर
भारत को गौरवान्वित करने में सक्षम हैं। आधुनिक तकनिको के साथ आज का युवा भारत का
भविष्य है, जो देश को आज से बेहतर सुन्दर, सक्षम और
मजबूत बना सकता है। कुछ कर गुजरने के लिए मौसम नही मन
चाहिए" जैसे विचारों के साथ आज का युवा, भारत को भय और भ्रष्टाचार जैसे राक्षसों से आजाद करा सकता है। स्वामी विवेकानंद जी ने युवाओं को आहवान करते हुए कहा था कि,
“सभी शक्ति तुम्हारे भीतर है, आप कुछ भी और सब कुछ कर सकते हैं।“
“All power is within you; you
can do anything & everything”
स्वामी विवेकानंद जी के विचारों और शिक्षाओं को
आत्मसात करने का प्रयास करते हुए उनका अभिनंदन एंव वंदन करते हैं।
जय भारत
Swami Ji ka har ek katahan urja se poorn hota hai , aapke jariye hazaaron-laakhon log Swami ji ke baare me aur bhi adhik jaankari prapt kar paa rahe hain. is lekh aur AKC par aapke lekh ke liye bahut-bahut dhanyawad.
ReplyDelete