Tuesday, 24 February 2015

रेडियो उङान एक नया प्रयास

मित्रों, रविवार 22 फरवरी को रेडियो उङान पर मुझे एक मुलाकात कार्यक्रम में शिरकत करने का अवसर मिला, जिसमें शिक्षा के क्षेत्र में एडमिशन प्रक्रिया पर चर्चा हुई। दृष्टीबाधित बच्चों को एडमिशन के दौरान जिन परेशानियों का सामना करना पङता है, उन समस्याओं पर प्रकाश डाला गया। हम इस विषय पर अपने अगले लेख में विस्तार से बात करेंगे। फिलहाल मुझे ये बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि विजुअल इम्पेयर्ड बच्चे अपने हौसले की उङान से आज एक रेडियो स्टेशन का संचालन कर रहे हैं। उनकी बेबाक वार्तलाप और रेडियो के क्षेत्र में तकनिकी ज्ञान, उनके जज़बे को बयाँ करती है। आज रेडियो उङान के सभी सदस्य, आगे बढने की चाह लिए अपनी पहचान को नई दिशा दे रहे हैं। किसी ने सच ही कहा है कि,  

"मंजिल उन्ही को मिलती है जिनके सपनो में जान होती है पंखो से कुछ नही होता हौसले से उङान होती है।" 

ऐसे ही हौसले की उङान को आगे बढाते हुए रेडियो उङान आज लगभग 123 देशों में सुना जा रहा है। ये एक इंटरनेट रेडियो है। हिम्मते मर्दा मर्ददे खुदा का आगाज करते हुए रेडियो उङान के माध्यम से कई सामाजिक मुद्दों पर चर्चाएं, समाचार, गाने, सामान्य ज्ञान इत्यादि अनेक कार्यक्रमों को सफलता पूर्वक  प्रसारित किया जा रहा है। अब रेडियो उङान के बारे में विस्तार से जानते हैं। 

दृष्टि बाधित लोग एक लम्बे समय से अपनी मंजिल की तालाश में लगे हैं और अपने और समाज के लिए कुछ कर गुजरने के प्रयास में हैं। इसी दिशा में राष्ट्रिय स्तर पर एक प्रयास उड़ान वैल्फ्यर सोसाइटी के सदस्स्यों  की तरफ से टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक बहुत बड़ा योगदान दे कर किया गया है। इस विशेष वर्ग को सामान्य कहे जाने वाले वर्ग से जोड़ने में प्रयासरत है रेडियो उड़ान, बल्कि कहें की इस समाज को बहुत बड़ा तोहफा है।  2 फरवरी 2014 से यह निरंतर प्रगति की और बढ़ रहा है, दिन-ब-दिन इसके श्रोता भी बढ़ रहे हैं। एक वर्ष में 123 देशों में 1 लाख से भी अधिक लोग इसे सुन रहे हैं। 

रेडियो उड़ान क्या है?
रेडियो उड़ान दृष्टि बाधित लोगों द्वारा निर्मित और प्रसारित एक ऑनलाइन रेडियो स्टेशन है जो की इंटरनेट  द्वारा विश्व में २४ घंटे सुना जा सकता है। रेडियो उड़ान, श्रोताओं को रेडियो कार्यक्रमों के माध्यम से विविध विषयों की जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से बनाया गया है। विभिन्न रेडियो कार्यक्रमों के माध्यम से कई लोग दिलचस्प मनोरंजन का आनंद ले रहे हैं। इस रेडियो पर आप संगीत से ले कर ज्ञान तक, समाचारों से ले कर तकनिकी विज्ञान तक, और अन्य कार्यक्रम सुन सकते हैं और कार्यक्रमों में स्काइप  के माध्यम से भाग भी ले सकते हैं।  हर रोज़ शाम 7 से  11  बजे तक ४ कार्यक्रम प्रसारित किये जाते हैं और वही कार्यक्रम अगले दिन 2 बजे से 6 बजे तक दुबारा भी सुने जा सकते हैं और आप बाकी के समय में चुनिन्दा गीतों का आनंद भी उठा सकते हैं। 

रेडियो उड़ान को सुनना बहुत आसान है। करना सिर्फ इतना होगा की रेडियो उड़ान की वेबसाईट www.radioudaan.com पर जा कर ऊपर दिखाई दे रहे प्ले बटन को दबाने से या फिर ट्यून हैडिंग  के निचे दिए गए प्लेयर्स को डाउनलोड करने से रेडियो उड़ान की खनकती आवाज़ सुनाई देगी। हम इसे स्मार्ट फोन या नोकिया मोबाइल पर भी इन्टरनेट ऐक्सिस कर के सुन सकते हैं।

रेडियो उड़ान पर अब तक लगभग 60 से भी अधिक दृष्टीबाधित रेडियो जॉकी कार्य कर चुके हैं। इस रेडियो का वेब डिजाइनिंग, वेब होस्टिंग, रेडियो जॉकी जैसे सभी कार्य दृष्टि बाधित लोग ही करते हैं।

केंद्रीय निर्देशक मीनल सिंघवी, कार्यक्रम प्रबंधक ज्योति मलिक, महासचिव दानिश  महाजन, सयुंक्त सचिव सैफ रेहमान, सलाहकार राजीव भाम्बरी तथा मीडिया प्रवक्ता बालानागेंद्रण वर्तमान रेडियो उड़ान के कार्यभार को मिल कर संभाल रहे हैं.


आप  www.radioudaan.com http://www.radioudaan.com पर ये रेडियो सुन सकते हैं। इस रेडियो के बारे में फ़ोन नंबर 09463668196 और ईमेल mail@radioudaan.com पर आप अधिक जानकारी पा सकते हैं। 

मित्रों, ये कहना अतिश्योक्ति न होगा कि, जहाँ थोङी सी परेशानियों में लोग हार मान लेते हैं। निराशा के आगोश में चले जाते हैं, वहीं ऐसे लोग भी है जिनके लिए दृष्टी बाधिता कोई बाधा नही है। अनेक परेशानियों के बावजूद हिम्मत और हौसले को बुलंद करते हुए एक नया इतिहास लिख रहे हैं। रेडियो उङान के जज़बे को सलाम करते हुए कहना चाहेंगे कि, 

दिपक तो अंधेरे में ही जला करते है, 
फूल काँटो में भी खिला करते हैं,
थक कर ना बैठ ए मंजिल के मुसाफिर,
हीरे अक्सर कोयले में ही मिलते हैं। 

2 comments:

  1. Radio Uaan kii ye pahal nischit hii bahut se netrheen bachhon ke liye upyogi saabit hogi.

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  2. Really Radio Udaan is very good initiative..

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