Wednesday, 30 December 2015

Motivational articles written by Anita Sharma


(1) हम सब अपने-अपने क्षेत्र में कामयाब होना चाहते हैं। उसके लिये हमें सबसे पहले अपने लक्ष्य को निर्धारित करना होगा और साथ ही आसमान छुने का हौसला रखना होगा क्योकि सफलता सरलता से नही मिलती।  रास्ते में जानी अनजानी अनेक बाधाएं सूरसा के मुहँ की तरह आपकी बुद्धिमता और धैर्य की परिक्षा लेने के लिये मिलती रहेंगी। समस्याओं का सामना करने का हौसला रखें और चल पङिये अपनी मंजिल की ओर। पूर्ण लेख पढने के लिये लिंक पर क्लिक करेंः-
कोशिश करने वालों की हार नही होती

(2) कुछ पाकर खो देने का डर कुछ न पा सकने का भय, जिन्दगी की गाङी पटरी से उतर न जाए इन्ही छोटी-छोटी चिन्तओं के डर से घिरी रहती है जिन्दगी लेकिन जिस वक्त हम ठान लेते हैं कुछ नया करने का तभी जन्म लेता है साहस। पूर्ण लेख पढने के लिये लिंक पर क्लिक करेंः-
साहस

(3) सब कुछ हमारे अनुकूल हो ये संभव नही है। जब हम किसी भी क्षेत्र में कोई भी काम शुरू करते हैं तो, अड़चने भी आती हैं और कार्य गलत भी हो सकता है। ऐसी स्थिति में तनाव, दुःख और निराशा की चादर ओढ लेने से कभी भी समस्या का समाधान नही होता। कहते हैं भूल इंसान से ही होती है, अतः ऐसी परिस्थिति में जीवन की छोटी-छोटी खुशियों को समेट कर खुशनुमा  माहौल में असफलता के कारणों को समझते हुए उसके निदान पर विचार करना चाहिये। पूर्ण लेख पढने के लिये लिंक पर क्लिक करेंः-
हजार परेशानियों का हल, खुश रहना


(4) हम सबके भीतर अजस्र ऊर्जा शक्ति छिपी पङी है जिसे न तो हम 
पहचान पाते हैं और ना ही उसका समुचित उपयोग कर पाते हैं। जिस तरह से एक छोटे से बीज में एक बङा वृक्ष बनने की हर क्षमता होती है लेकिन कई बार सही पोषण न मिलने से वो अपने प्रारंभकाल में ही दम तोङ देता है। उसी तरह मनुष्य में भी अपार संभावनाये हैं जो कुछ तो वातारण के कारण पल्लवित नही हो पाती, तो कुछ उसके स्वयं के आलसी व्यवहार के कारण। अक्सर ये भी देखा जाता है कि अपार ऊर्जा के बावजूद कई लोग असफलता के डर से आगे बढने की हिम्मत नही करते। दर असल कमी संसार में नही है कमी तो हमारे मन में है। यदि हम चाहें तो बिगङे काम भी बना सकते हैं।पूर्ण लेख पढने के लिये लिंक पर क्लिक करेंः-

(5) यदि हम किसी को आगे बढाना चाहते हैं तो उसके अच्छे कामो की प्रशंसा करें। उसे आगे बढाने के लिए प्रोत्साहित करें। नाकामियां तो उस रात की तरह है जिसे प्रोत्साहन रूपी प्रकाश से दूर किया जा सकता है। पूर्ण लेख पढने के लिये लिंक पर क्लिक करेंः-
सफलता के रास्ते में प्रोत्साहन एक अचूक औषधी है


हर रात के बाद सुबह होती है। जिन्दगी हँसाती भी है रुलाती भी है,जो हर हाल में आगे बढने की चाह रखते हैं जिन्दगी उसी के आगे सर झुकाती है। हम जो भी कार्य करना चाहते हैं उसकी शुरुवात करें, आने वाली बाधाओं को सोच कर बैठ न जाएं। पूर्ण लेख पढने के लिये लिंक पर क्लिक करेंः-
मन के हारे हार है, मन के जीते जीत

धन्यवाद 
अनिता शर्मा 









1 comment:

  1. आदरणीय अनीता जी, नए साल 2016 में भी आपके द्वारा लिखे गए और भी अच्छे-अच्छे motivational article की प्रतीक्षा रहेगी.

    hindisuccess.com

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