नव वर्ष 2016 ने सुबह के उजियारे के साथ द्वार पर आहट दी है। इक्किसवीं सदी कदम-दर-कदम चलते हुए अपने 16वें कदम के साथ नई उम्मीदों ओर नई सम्भावनाओं का प्रकाश फैलाने आ गई है। हिमालय की शीतल हवाओं के साथ सुखी जीवन का संदेश लिये, वर्ष 2016 "तमसो मा ज्योतिर्गमय" का गान हवाओं में गुंजायमान है। पक्षियों का कलरव और सागर की उठती-गिरती लहरों का संदेश आगे बढने को प्रोत्साहित कर रहे हैं। मन में अच्छे विचारों के साथ सकारात्मक एहसास लिये हम सबको भी आगे बढना है। हम अकेले नहीं
हैं, पूरा ब्रह्मांड हम सबका दोस्त है और वो उन्हीं को सबसे सर्वोत्तम देता है जो
सपने देखते हैं क्योंकि खुली आँखों से सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं। हमें अपने मिशन में कामयाब होने के लिए, अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा क्योंकि यदि हम अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ हैं तो, हम इतिहास की धारा को बदल सकते हैं। इसी आत्मविश्वास की ऊर्जा के साथ हम सबको नये साल में अपने लक्ष्य को हासिल करते हुए नई इबारत लिखना है। इसलिये मित्रों, उठो जागो तब तक नही रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाये क्योकि सच्चा प्रयास कभी निष्फल नहीं
होता| अतः नव वर्ष की शुभ कामनाओं के साथ कुछ अच्छा सोचें और अपनी सोच को कामयाबी का आसमान छुने दें। 2016 का कदम सभी के लिये मंगलमय हो।
धन्यवाद
अनिता शर्मा
नूतन वर्ष 2016 अआपके लिए भी मंगलमय हो.
ReplyDeleteधन्वाद
DeleteThanks a lot Anita madam for your enthusiastic blessing to empower our thinking for doing something new to enlighten everyone's life.
ReplyDeleteThanks Parimal
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