तिल गुढ की मिठास के साथ,
आशाओं और अभिलाषाओं की उङान हो।
सूरज की किरणों से टकराती, बादलों से बातें करती,
जोश और उमंग की डोर हो।
सफलता का इतिहास रचती, सपनो को साकार करती,
साहसी पतंग की उङान हो।
लोहङी, पोंगल और मकर सक्रांती,
हर पर्व पर बधाईयों और शुभकामनाओं का साथ हो।
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